मुंगेली नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी के जाति प्रमाण पत्र को फर्जी बताकर जांच की मांग करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले को ठन्डे बस्ते मे डाल दिया है ऐसा मालूम पड़ता है। अन्य समाचारो के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार मुंगेली जिला प्रशासन द्वारा देर सबेर जाँच संबंधी अपनी
औपचारिकता पूरी कर राज्य शासन द्वारा नियुक्त सक्षम अधिकारी को रिपोर्ट सौप दी है आगे की कार्यवाही राज्य शासन के हाथ मे है। लेकिन राज्य शासन ने इस फर्जी जाति मामले वाले जिन्न को बोतल मे बंद करके क्यों रखा है ये समझना ज्यादा कठिन नहीं है। लोगो का ऐसा मानना है कि कांग्रेस शासन काल मे पूर्व मुख्य मंत्री भूपेश बघेल के ना सिर्फ दाहिना हाथ बने रहने वाले बल्कि कई मामलो मे श्री बघेल को सलाह देते भी देखें गए। इस वजह से कांग्रेस शासन होने के व्यक्तिगत लाभ प्राप्त होने के साथ हेमेंद्र बेहद शक्तिशाली नेता बनकर उभरे,,,जो की आजतक उन्हें शेल्टर प्रदान कर रही।
मुंगेली नगर पालिका चुनाव 2019 मे अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के संतु लाल सोनकर चुने गए थे जिन्हे भ्रष्टाचार के मामले पद त्याग कर जेल यात्रा करनी पड़ी। तत पश्चात् उप चुनाव हुआ जिसके फलस्वरूप हिमेन्द्र गोस्वामी ने अपना पूरा बल लगाकर अध्यक्ष पद प्राप्त किया। अपने नगर पालिका अध्यक्ष की गतिविधियों से रुष्ट कुछ शागिर्दो ने अपने ही अध्यक्ष की जाँच शुरू कर दी और पाया की हेमेंद्र द्वारा प्रस्तुत किये गए जाति प्रमाण पत्र फर्जी है। तत्काल इस मसले को BJP ने मुद्दा बना लिया। 18 नवम्बर 2022 को सांसद अरुण साव की अगुवाई मे पूर्व मंत्री पुन्नूलाल मोहले, पूर्व विधायक तोखन साहू समेत तमाम नेता कलेक्ट्रेट पहुंचे,और ज्ञापन सौंपा गया। बीजेपी नेताओं ने उस वक्त जो आरोप लगाए उसमें ये कहा गया है कि हेमेंद्र ने 2019 के चुनाव में जो जाति प्रमाण पत्र शपथपत्र के जरिए पेश किया है, वह फर्जी है।
आरोप लगाया गया कि गोस्वामी सामान्य वर्ग से आते हैं। फिर भी उन्होंने प्रमाण पत्र पिछड़ा वर्ग का पेश किया है,और पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सीट से चुनाव जीता है। इतना ही नहीं सौंपे गए ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया है कि हेमेंद्र मूल रूप से बेमेतरा के रहने वाले हैं। इस वजह से बीजेपी नेताओं ने उन्हें पद से हटाने और उनका प्रमाण पत्र निरस्त करने की मांग की है। बीजेपी नेताओं ने कहा है कि ऐसा अगर जल्द नहीं होगा तो वे बड़ा आंदोलन भी करेंगे।
18 नवंबर 2022 से 2024 का अप्रैल माह आ गया है राज्य शासन की जांच अभी तक पूर्ण नहीं हो सकी है।जो की मुंगेली की आमजनता के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। इस लेटलतिफी की वजह से वर्तमान उप मुख्यमंत्री अरुण साव की छवि पर अब लोग व्यंग्य कसने लगे है। ,, नगर पालिका उप चुनाव मे मुंगेली भारतीय जनता पार्टी पहले भी लेनदेन षड्यंत्र करने का आरोप प्रत्यारोप का सामना कर अपनी छवि धूमिल कर चुकी है ।क्षेत्र के विधायक पूर्व मंत्री पुन्नू लाल मोहले इस मामले मे शुरू से उदासीन रहें है इसलिए मुंगेली नगर की जनता उनसे ना सिर्फ इस मामले बल्कि किसी भी कार्य मे उम्मीद नहीं रखती। लेकिन क्षेत्र के सांसद एवं उप मुख्यमंत्री अरुण साव से मुंगेली की जनता को बहुत उम्मीद है। अपना मत देकर चुने गए पार्षद गण द्वारा बनाये गए अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी की जाति सामान्य है या पिछड़ा ये तय करने मे जिला प्रशासन को काफ़ी वक़्त लगा,, लेकिन अब गेंद राज्य सरकार के पाले मे है और इस पर इतना विलम्ब होगा कार्यप्रणाली एवं निष्ठा पर प्रश्न चिन्ह जनता लगाएगी ही।